Skip to main content

बनारसी

हम बनारसी है साहब ,हम तो चाय भी फुक कर नही पीते है



Comments

Popular posts from this blog

महादेव का पुजारी हू।

  मैं प्रेम का पुजारी हूं। मैं क्रोध का पुजारी हू। मैं न्याय का पुजारी हू। मैं अवघड का पुजारी हू, क्योकि मैं महादेव का पुजारी हू। I am a priest of love.  I am a priest in anger.  I am a priest of justice.  I am a priest of Avghad  Because I am a priest of Mahadev .

Birth and death(जन्म और मृत्यु)

  दिन और रात जीवन क दो पहलु है एक आता है तो एक जाता है जैसे जन्म और मृत्यु, एक जन्म लेता है और एक मरता है। There are two aspects of life day and night, one comes and one goes like birth and death, one takes birth and one die.

तुझे देखता हू तो

  तुझे देखता हू तो मुजे बहुत खुसी आती है, तुझे नहीं  देखता हू तो मेरी बेचैनी बढ आती है। यार मेरी रानी तुझे किसी और का नाम लेते देख,  मेरी अँखो  में आँशु चल आती है।। When I see you, I am very happy,  If I do not see you, my discomfort increases.  Dude, my queen sees you taking someone else's name, tears come in my eyes .